प्रस्तावना

प्रस्तावना

श्री ज्वालपा देवी मंदिर समिति, ज्वालपा धाम, निकट- पाटीसैण, पौड़ी गढ़वाल की स्थापना शारदीय नवरात्रि (19 अक्टूबर) सन 1969 में की गई थी। आरम्भ में इस समिति के तीन उद्देश्य निर्धारित किये गए- 1. धाम पर यात्री सुविधाओं का निर्माण, 2. संस्कृत शिक्षा के लिए विद्यालय की स्थापना तथा 3. वैदिक परंपरा पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का  आयोजन कर अपनी सनातन संस्कृति व लोकसंस्कृति के प्रति लोगों में जागृति पैदा करना, विकसित करना। इस क्रम में   निम्नलिखित कार्य समिति ने अपने हाथ लिए-

 

  1. ज्वालपाधाम में पवित्र नाबालका नदी के तटों का सौंदर्यीकरण, ज्वालपा देवी धाम का विकास व जीर्णोद्धार, आस्था स्थल का धार्मिक व आस्तिक विकास, यात्रियों की सुविधाओं के लिए अतिथि शालाओं/धर्मशालाओं का निर्माण, संस्कृत शिक्षा व्यवस्था, छात्रावास, आधुनिक शिक्षा, के लिए निशुल्क व्यवस्था करना। धाम को लोक आस्था और लोकसंस्कृति के अनुरूप विकसित करना।
  2. इन कार्यों के लिए माँ ज्वालपा के प्रति श्रद्धा और भक्ति रखनेवाले भक्तों, निष्ठावान व्यक्तियों, संस्थाओं, सरकारी व गैरसरकारी निकायों से सहयोग धनराशि प्राप्त करना।
  3. इस वेबसाइट के माध्यम से माँ ज्वालपा के भक्तगणों तक संपर्क स्थापित करना और समयानुसार, धाम की गतिविधियों से सभी भक्तों को अवगत कराना। माँ ज्वालपा के भक्तों को ज्वालपाधाम से अपनत्व मिल सके इसके लिए अनुकूल वातावरण बनाये रखना।